यदि आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हो और ऐसे में अगर आप CTET की तैयारी कर रहे है तो आपको CTET Syllabus in Hindi के बारे में पूरी तरह मालूम होना चाहिए। जिसके अनुसार आप CTET Exam की तैयारी अच्छे से कर सके।
आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको CTET Syllabus in Hindi के बारे में बताने वाले हैं लेकिन उससे पहले बता दे की CTET में पेपर 1 और पेपर 2 दो परीक्षाएं होती हैं। यदि आप प्राइमरी लेवल यानी की कक्षा 1 से 5th की परीक्षा देते हैं तो आपको CTET Paper 1 Syllabus के अनुसार पढ़ाई करनी होगी। यदि आप एलिमेंट्री लेवल यानी की कक्षा 6 से 8 की परीक्षा देते हैं तो आपको CTET Paper 2 Syllabus के अनुसार अपनी तैयारी करनी होगी।
इसके अलावा अगर आपको किसी सरकारी स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक सरकारी टीचर के पद पर नियुक्त होना है। तो उसके लिए आपको CTET Exam के पेपर 1 और पेपर 2 दोनों ही देना होंगे। नीचे हमारे द्वारा बताए गए CTET Exam पैटर्न के जरिये आपके प्रश्नों की संख्या का ज्ञात हो जाएगा और साथ ही CTET Syllabus PDF in Hindi को डाउनलोड करके आप सभी पेपर के सिलेबस को भी देख पाएंगे।
CTET Selection Process
CTET एक क्वालीफाइंग एग्जामिनेशन होता है जिसको निकालने के बाद आप कई सारे सरकारी स्कूल में अप्लाई कर सकते हैं। CTET Exam निकालने के लिए तीन चरणों से गुजरना होता है जो कि कुछ इस प्रकार है।
- Paper I – Teachers for classes 1-5
- Paper II – Teachers for classes 6-8
- Both Papers I & II – Teachers for classes 1-8
CTET Exam Pattern
Paper I
- CTET पेपर 1 प्राइमरी लेवल की परीक्षा के लिए करवाया जाता है।
- पेपर 1 में आपके सामने पांच विषय से प्रश्न पूछे जाते है।
- CTET प्राइमरी लेवल का प्रश्न पत्र 150 मार्क्स और 150 प्रश्नों का आता है।
- पेपर करने के लिए 2:30 घंटे का समय दिया जाएगा।
Subjects | Questions | Marks |
---|---|---|
Child Development & Pedagogy | 30 | 30 |
Language 1 | 30 | 30 |
Language 2 | 30 | 30 |
Mathematics | 30 | 30 |
Environmental Studies | 30 | 30 |
TOTAL | 150 | 150 |
Paper 2
- CTET पेपर 2 एलिमेंट्री लेवल का होता है। जिसे क्लास 6th-8th के टीचर बनने के लिए दिया जाता है।
- CTET के पेपर 2 मे 4 विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं।
- इसका पेपर भी 150 क्वेश्चन और 150 मार्क्स का ही होता है।
- पूरे पेपर को करने के लिए केवल 2:30 घंटे का समय दिया जाता है।
Subjects | Questions | Marks |
---|---|---|
Child Development & Pedagogy | 30 | 30 |
Language 1 | 30 | 30 |
Language 2 | 30 | 30 |
Mathematics & Science OR B. Social Studies & Social Studies | 60 | 60 |
TOTAL | 150 | 150 |
CTET Syllabus in Hindi
CTET Syllabus PDF in Hindi | Download Link |
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CTET Syllabus in Hindi (Paper 1) | Click Here |
CTET Syllabus in Hindi (Paper 2) | Click Here |
CTET Paper 1 Syllabus in Hindi
यदि आप किसी सरकारी स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक के पद के लिए सीटेट में आवेदन कर रहे हैं तो आपको सबसे पहले CTET Paper 1 Syllabus in Hindi का अच्छी तरह ज्ञात होना चाहिए। जिससे आपको पता चल सके की परीक्षा में कौन-कौन से विषय से प्रश्न पूछे जाने हैं। ऐसे में हमने नीचे सीटीईटी पेपर 1 सिलेबस की पूरी टेबल दी हुई है जिसे आप देख सकते हैं।
Child Development
- आनुवंशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
- भाषा और विचार
- बाल केंद्रित और शिक्षा की अवधारणाएं
- बहुआयामी इंटेलिजेंस
- सामाजिक निर्माण के रूप में लिंग
- लिंग की भूमिकाएं
- बहु-आयामी बुद्धि
- बाल विकास के सिद्धांत
- सीखी गई बातो और सीखने के लिए बातो के बीच आकलन में अंतर
- स्कूल-आधारित मूल्यांकन, सतत और समग्र मूल्यांकन
- आनुवंशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
- बुद्धिमत्ता के निर्माण का महत्वपूर्ण परिप्रेक्ष्य
- इंटेलिजेंस , महत्वपूर्ण परिप्रेक्ष्य
- सामाजिक दुनिया और बच्चे (शिक्षक, माता-पिता, सहपाठी)
Concept of Inclusive Education & Understanding Children with Special Needs
- सीखने की कठिनाइयों, बच्चों की जरूरतों को पूरा करना
- प्रतिभाशाली, रचनात्मक, विशेष रूप से सक्षम शिक्षार्थियों जरुरत पूरा करना
- विभिन पृष्ठभूमि के शिक्षार्थियों की जरूरतों को समझना करना
Learning & Pedagogy
- प्रेरणा और सीखना
- सीखने में योगदान देने वाले कारक (व्यक्तिगत और पर्यावरणीय)
- बच्चे की समस्या समाधानकर्ता और वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में।
- बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं; बच्चे कैसे और क्यों स्कूल में सफलता हासिल करने में असफल होते हैं प्रदर्शन आदि।
- शिक्षण और सीखने की बुनियादी प्रक्रिया – बच्चे राजनीतिया सीखे, एक सामाजिक गतिविधि के रूप में सीखना, सामाजिक सन्दर्भ अनुभूति और भावनाएं।
- बच्चो में सिखने की वैकल्पिक मान्यताएँ, बच्चो द्वारा की गयी error को सही से समझना
Language 1
अपठित गद्यांशों को पढ़ना – दो गद्यांश, एक गद्य या नाटक और एक कविता, जिसमें समझ, निष्कर्ष, वैज्ञानिक, व्याकरण और भाषा दक्षता से जुड़े प्रश्न होंगे (गद्यांश साहित्यिक, कथापरक या विवेचनात्मक हो सकता है)
Pedagogy of Language Development
- भाषा कौशल
- उपचारात्मक शिक्षण
- भाषा शिक्षण के सिद्धांत
- भाषा की समझ होना और (बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना) का मूल्यांकन सही तरीके से करना
- अन्य कक्षा में भाषा को सिखाने की चुनौतियों का सामना करना, भाषा की प्रत्येक कठिनाइयाँ
- सुनने / बोलने की भूमिका – भाषा का कार्य और देखना की बच्चे कैसे इसका उपयोग कर रहे हैं
Mathematics
- आयतन
- मुद्रा
- संख्याएँ
- जोड़ना और घटाना
- डेटा संधारण
- वज़न
- गुणा
- विभाजन
- समय
- ज्यामिति
- हमारे आसपास ठोस
- पैटर्न
- माप
- आकार और स्थानिक समझ
Pedagogical Issues
- पाठ्यचर्या में गणित का स्थान
- गणित की भाषा
- शिक्षण की समस्याएं
- त्रुटि का विश्लेषण करके उन्हें शिखना और बाकि को सीखना
- औपचारिक और अनौपचारिक तरीकों से मूल्यांकन
- नैदानिक और उपचारात्मक शिक्षण
- सामुदायिक गणित
CTET Paper 2 Syllabus in Hindi
यदि आप कक्षा 6 से 8 के शिक्षक पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको CTET पेपर 2 का फॉर्म भरना होगा। और परीक्षा निकालने के लिए आपको CTET Paper 2 Syllabus in Hindi की पूरी जानकारी भी होना जरूरी है। जिसे आप नीचे देख सकते हैं।
Child Development
- बहुआयामी इंटेलिजेंस
- भाषा और विचार
- बाल विकास के सिद्धांत
- विकास की अवधारणा और अधिगम के साथ इसका संबंध
- आनुवंशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
- इंटेलिजेंस , महत्वपूर्ण परिप्रेक्ष्य
- समाजीकरण प्रक्रियाएं – सामाजिक दुनिया और बच्चे (शिक्षक, माता-पिता, साथी)
- पिगेट, कोहलबर्ग और वायगोत्स्की: निर्माण और महत्वपूर्ण दृष्टिकोण
- बाल-केंद्रित एवं प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा
- सीखने के आकलन और सीखने के आकलन के बीच अंतर; स्कूल आधारित , आकलन, सतत और व्यापक मूल्यांकन: परिप्रेक्ष्य और अभ्यास
- शिक्षार्थियों की तैयारी के स्तर का आकलन करने के लिए उपयुक्त प्रश्न तैयार करना , कक्षा में सीखने और आलोचनात्मक सोच और शिक्षार्थी की उपलब्धि का आकलन करना।
Concept of Inclusive education and understanding children with special needs
- बच्चो की किसी चीज़ को सीखने की कठिनाइया, समस्या को पूरा करना।
- प्रतिभाशाली, रचनात्मक, विशेष रूप से विकलांग बच्चो की आवश्यकताओं को सम्पूर्ण करना
- वंचित सहित विविध पृष्ठभूमि के बच्चो की आवश्यकताओं को अम्पूर्ण रूप से पूरा करना
Learning & Pedagogy
- प्रेरणा और सीखना
- अनुभूति और भावनाएं
- शिक्षण और सीखने की बुनियादी प्रक्रियाएं;
- बच्चों की सीखने की रणनीतियाँ
- बच्चों में सीखने की वैकल्पिक अवधारणाएँ,
- बच्चों की ‘error’ को समझना
- बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं
- स्कूल में बच्चे क्यों सफलता हासिल करने में क्यों असफल हो जाते है
- समस्या समाधानकर्ता और वैज्ञानिक अन्वेषक।
Language I
- अपठित गद्यांशों को पढ़ना
- एक गद्य या नाटक और एक कविता
- दो गद्यांश
- निष्कर्ष
- जिसमें समझ
- व्याकरण और भाषा दक्षता से जुड़े प्रश्न होंगे (गद्यांश साहित्यिक, वैज्ञानिक, कथापरक या विवेचनात्मक हो सकता है)
Pedagogy of Language Development
- उपचारात्मक शिक्षण
- सीखना और अधिग्रहण करना।
- भाषा शिक्षण के सिद्धांत।
- भाषा कौशल
- भाषा की समझ होना और प्रवीणता का मूल्यांकन करना
- विविध कक्षा में भाषा सिखाने की समस्या (भाषा की कठिनाइ, त्रुटियाँ और विकार)
- सुनने और बोलने की भूमिका, भाषा का कार्य और बच्चे कैसे उपयोग करते हैं यह समझना।
Mathematics
- बीजगणित
- क्षेत्रमिति
- बीजगणित परिचय
- अनुपात और समानुपात
- संख्या प्रणाली
- ऋणात्मक संख्याएं और पूर्णांक
- डाटा
- समरूपता: (प्रतिबिंब)
- भिन्न
- संख्यात्मक प्रश्न
- पूर्ण संख्याएं
- ज्यामिति
- बुनियादी ज्यामितीय विचार (2-डी)
- संख्याओं को जानना
Science
- उपचारात्मक शिक्षण
- प्राकृतिक विज्ञान/लक्ष्य और उद्देश्य
- जीव जगत
- विज्ञान की प्रकृति और संरचना
- अवलोकन/प्रयोग/खोज (विज्ञान की विधि)
- विद्युत प्रवाह और सर्किट, चुंबक
- प्राकृतिक घटनाएं
- पाठ्य सामग्री/सहायता सामग्री
- मूल्यांकन – संज्ञानात्मक/साइकोमोटर/प्रभावी
- प्राकृतिक संसाधन
- दृष्टिकोण/एकीकृत दृष्टिकोण
- सामग्री- दैनिक उपयोग की सामग्री
- नवाचार
History
- राजनीतिक विकास
- संस्कृति और विज्ञान
- पहले शहर
- साम्राज्य का निर्माण
- सामाजिक बदलाव
- 1857-58 का विद्रोह
- क्षेत्रीय संस्कृतियां
- शुरुआती राज्य
- वास्तुकला
- कंपनी शक्ति की स्थापना
- नए विचार
- पहला साम्राज्य
- दूर देशों के साथ संपर्क
- नए राजा और राज्य
- दिल्ली के सुल्तान
- ग्रामीण जीवन और समाज
- महिला और सुधार
- जाति व्यवस्था को चुनौती
- राष्ट्रवादी आंदोलन
- कब, कहाँ और कैसे
- शुरुआती समाज
- शुरुआती किसान और चरवाहे
- आजादी के बाद का भारत
- उपनिवेशवाद और जनजातीय समाज
Geography
- कृषि
- वायु / पानी
- ग्लोब
- ग्रह: सौरमंडल में पृथ्वी
- समग्र पर्यावरण: प्राकृतिक और मानव पर्यावरण
- भूगोल के रूप में विज्ञान और सामाजिक अध्ययन
- मानव पर्यावरण
- संसाधन: प्रकार- प्राकृतिक और मानव
Social & Political Life
- भारतीय संसद
- न्यायपालिका
- सरकार
- जीविका चक्र
- लोकतंत्र
- संविधान
- विविधता
- स्थानीय सरकार
- राज्य सरकार
- मीडिया
- सामाजिक न्याय और हाशिए पर देश
Pedagogical Issues
- प्रोजेक्ट वर्क
- मूल्यांकन
- आलोचनात्मक सोच का विकास
- पूछताछ/अनुभवजन्य का अनुभव
- क्लास रूम प्रक्रियाएं, गतिविधियां
- सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन पढ़ाने की समस्याएं
- स्रोत -प्राथमिक माध्यमिक
- सामाजिक विज्ञान / सामाजिक अध्ययन पढ़ाने की समस्याएं
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